DA Hike July: केंद्र सरकार के 1.2 करोड़ कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आने वाली है। हाल की रिपोर्टों के अनुसार केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में जल्द ही वृद्धि होने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि जुलाई 2025 में सरकार महंगाई भत्ते की दरों में संशोधन कर सकती है। यह बढ़ोतरी उन सभी केंद्रीय कर्मचारियों और सेवानिवृत्त व्यक्तियों के लिए राहत की बात होगी जो लगातार बढ़ती महंगाई के कारण आर्थिक दबाव महसूस कर रहे हैं। पिछली बार जनवरी 2025 में महंगाई भत्ते में संशोधन किया गया था और अब फिर से इसमें बदलाव की उम्मीदें बढ़ रही हैं।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में हुई वृद्धि
ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स इंडस्ट्रियल वर्कर के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2025 में सूचकांक में 0.5 अंक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह सूचकांक 143.2 से बढ़कर 143.5 पर पहुंच गया है। यह वृद्धि महंगाई भत्ते की गणना के लिए एक महत्वपूर्ण आधार माना जाता है। लेबर ब्यूरो द्वारा देश के 88 औद्योगिक केंद्रों में फैले 317 बाजारों के खुदरा मूल्यों के आधार पर यह आंकड़ा तैयार किया जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले तीन महीनों में इस सूचकांक में गिरावट देखी गई थी, लेकिन पिछले दो महीनों से इसमें तेजी का रुख दिखाई दे रहा है।
विशेषज्ञों की राय और अनुमान
एजी ऑफिस ब्रदरहुड प्रयागराज के पूर्व अध्यक्ष और ऑल इंडिया अकाउंट्स कमेटी के पूर्व महासचिव हरिशंकर तिवारी के अनुसार इस बार महंगाई भत्ते में 2 से 3 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है। उनका मानना है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में हाल की वृद्धि इस संभावना को मजबूत बनाती है। तिवारी ने बताया कि मई महीने के सूचकांक आंकड़े आने के बाद महंगाई भत्ते की सटीक दर स्पष्ट हो जाएगी। पिछली बार भी सरकार ने महंगाई भत्ते में 2 प्रतिशत की वृद्धि की थी, जिससे यह 53 प्रतिशत से बढ़कर 55 प्रतिशत हो गया था।
पिछले संशोधन का विवरण
केंद्र सरकार ने मार्च 2025 में महंगाई भत्ते में 2 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की थी। यह संशोधन 1 जनवरी 2025 से प्रभावी माना गया था। इस बढ़ोतरी के बाद केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 53 प्रतिशत से बढ़कर 55 प्रतिशत हो गया था। महंगाई भत्ता मूल वेतन का एक हिस्सा है और यह बढ़ती जीवनयापन की लागत को संतुलित करने के लिए दिया जाता है। कर्मचारियों को उम्मीद थी कि इससे अधिक वृद्धि होगी, लेकिन उन्हें कुछ निराशा हुई थी।
संभावित लाभ की गणना
यदि सरकार महंगाई भत्ते में 2 प्रतिशत की वृद्धि करती है तो एक केंद्रीय कर्मचारी जिसकी मूल वेतन 40,000 रुपए प्रति माह है, उसका महंगाई भत्ता 22,800 रुपए मासिक हो जाएगा। वर्तमान में 55 प्रतिशत की दर से यह राशि 22,000 रुपए है। वहीं यदि 3 प्रतिशत की वृद्धि होती है और महंगाई भत्ता 58 प्रतिशत हो जाता है तो यह राशि 23,200 रुपए प्रति माह हो जाएगी। यह बढ़ोतरी न केवल कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति सुधारेगी बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार लाएगी।
सरकार आमतौर पर वर्ष में दो बार महंगाई भत्ते में संशोधन करती है। जनवरी और जुलाई के महीनों में यह समीक्षा की जाती है। इस बार जुलाई 2025 में होने वाले संशोधन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार उनकी आर्थिक कठिनाइयों को समझते हुए उचित वृद्धि करेगी।
अस्वीकरण: यह लेख उपलब्ध जानकारी और विशेषज्ञों के अनुमान के आधार पर तैयार किया गया है। महंगाई भत्ते में वास्तविक वृद्धि की आधिकारिक घोषणा सरकार द्वारा ही की जाएगी। सटीक जानकारी के लिए सरकारी अधिसूचना का इंतजार करें।