Bank Holiday: भारतीय रिजर्व बैंक हर वर्ष एक व्यापक बैंक अवकाश कैलेंडर जारी करता है जिसमें राष्ट्रीय त्योहार, राज्य विशेष छुट्टियां, दूसरे और चौथे शनिवार तथा रविवार की छुट्टियों की विस्तृत जानकारी होती है। यह कैलेंडर नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट के तहत तैयार किया जाता है और इसमें विभिन्न राज्यों की क्षेत्रीय छुट्टियां भी शामिल होती हैं।
बैंक अवकाश मुख्यतः दो श्रेणियों में बांटे जाते हैं। पहली श्रेणी में राष्ट्रीय अवकाश आते हैं जो पूरे देश में समान रूप से मान्य होते हैं। दूसरी श्रेणी में राज्य विशेष छुट्टियां होती हैं जो केवल उन्हीं राज्यों में लागू होती हैं जहां वे त्योहार या विशेष अवसर मनाए जाते हैं। इस कारण अलग अलग राज्यों में छुट्टियों की संख्या और तारीखें भिन्न हो सकती हैं।
लगातार छुट्टियों के कारण और समय
कई बार ऐसी स्थिति बनती है जब त्योहारी छुट्टियां सप्ताहांत से मिल जाती हैं और बैंक लगातार तीन या अधिक दिनों तक बंद रह जाते हैं। उदाहरण के लिए अगर कोई त्योहार शुक्रवार को पड़े और उसके बाद शनिवार को दूसरा या चौथा शनिवार हो तो रविवार के साथ मिलकर तीन दिन की लगातार छुट्टी हो जाती है।
ऐसी स्थितियां विशेष रूप से त्योहारी सीजन में अधिक देखने को मिलती हैं जब अक्षय तृतीया, बुद्ध पूर्णिमा, ईद उल अजहा, दशहरा, दीपावली जैसे प्रमुख त्योहार पड़ते हैं। इन अवसरों पर यदि सप्ताहांत का संयोग बन जाए तो बैंकिंग सेवाओं में व्यापक व्यवधान होता है।
सेवाओं पर पड़ने वाला प्रभाव
बैंक बंद होने के दौरान शाखा आधारित सेवाएं पूरी तरह से रुक जाती हैं। चेक जमा करना, पासबुक अपडेट कराना, नकद जमा या निकासी, लोन संबंधी कार्य, नए खाते खोलना, और अन्य दस्तावेजी कार्य संभव नहीं होते। विशेष रूप से व्यापारिक ग्राहकों को इससे अधिक कठिनाई होती है क्योंकि उनके दैनिक लेनदेन प्रभावित होते हैं।
हालांकि डिजिटल बैंकिंग सेवाएं जैसे एटीएम, यूपीआई, मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग और ऑनलाइन फंड ट्रांसफर चौबीसों घंटे उपलब्ध रहती हैं। ये सेवाएं बैंक अवकाश के दौरान ग्राहकों की आपातकालीन जरूरतों को पूरा करने में सहायक होती हैं। फिर भी नकदी की जरूरत वाले कार्यों के लिए एटीएम की सीमित क्षमता एक चुनौती बन सकती है।
राज्यवार प्रभावित क्षेत्र
बैंक अवकाश का प्रभाव सभी राज्यों में समान नहीं होता। महाराष्ट्र में महाराष्ट्र दिवस, पंजाब में गुरु पर्व, बंगाल में दुर्गा पूजा, तमिलनाडु में तमिल नव वर्ष जैसे राज्य विशेष त्योहारों के कारण उन राज्यों में अतिरिक्त छुट्टियां होती हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में होली, दशहरा, दीपावली के समय विशेष प्रभाव देखा जाता है।
मेट्रो शहरों में जहां व्यापारिक गतिविधि अधिक होती है वहां लगातार बैंक अवकाश का प्रभाव अधिक व्यापक होता है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई जैसे शहरों में व्यापारी और उद्योगपति अपने कार्यक्रम बैंक अवकाश कैलेंडर के अनुसार ही तय करते हैं।
ग्राहकों के लिए सुझाव और तैयारी
बैंक अवकाश से होने वाली असुविधा से बचने के लिए ग्राहकों को पहले से तैयारी करनी चाहिए। आरबीआई की वेबसाइट पर हर महीने की छुट्टी सूची उपलब्ध रहती है जिसे नियमित रूप से देखना चाहिए। महत्वपूर्ण भुगतान, चेक जमा करना, या दस्तावेजी कार्य छुट्टियों से पहले ही पूरे